सरकार बदली देश बदला …..
संन २०१४ हिन्दुस्थान में नयी क्रांति का साल साबित हुवा। देश की जनता ने स्वतंत्रता के साठ साल बाद देश में नयी सरकार को पूर्ण बहुमत से देश चलने का मौका दिया।
और नरेंद्र मोदी नामक एक आम नागरिक को हिन्दुस्थान जैसे विशाल देश का प्रधानमंत्री बननेका मौका मिला। इस बदलाव ने देश में सत्ता चला रही कांग्रेस को पूरी तरह लड़खड़ा दिया था। गौर करनेवाली बात यह है के जो नागरिक,बच्चे राजनीती और सरकार की कुटनीतियोकी समझ नहीं रखते उन सभी ने मोदी के नाम को एक जन सैलाब में बदल दिया और इस राजनैतिक लैहर ने देश की सत्ता भाजपा के हाथ सौप दी।
इस सत्तांतर ने भाजपा के बड़े बुजुर्ग नेता सत्ता से बाहर रहे। और नरेंद्र मोदीकी नयी उम्दा टीम देश को चलने के लिए सामने आयी।
इस सत्तांतर को मनो ईश्वरीय आशीर्वाद मिला। क्यू के इस सरकार के बनते ही हालत कुछ इस तरह बदले दुनिया के बाजर में कच्चे तेल के दाम धड़ामसे निचे आये तो देश की अर्थ व्यवस्था को सवारने का मौका सरकार के हाथ लगा। इस कच्चे तेल के दाम ने सरकार और तेल कंपनियों की तिजोरी मालामाल हुयी।इस हरदिन करोडो अरबो रुपयो के जमा होने से जनता के लिए बहोत कुछ करने का मन सरकारने बना लिया।नतीजे में जन धन योजना आयी। इस योजना का जिक्र गिनेस बुक तक जा पहुँचा।
इसी साल उत्तराखंड, कश्मीर और देश के कई इलाकोंमें बाढ़ का कहर बरसा साथ में फयानने भी तबाही मचायी। इस आपदा में देश की सरकार पूरी चुस्ती और फुर्ती से जनता के और स्थानीय प्रादेशिक सरकारों के पीछे कड़ी रही। इस स्थिति में गौर करनेवाली बात यह रही के कांग्रेस की सरकार ने पिछले साठ सालो में कभी कश्मीर को बड़ी सहायता नहीं दी थी जो मोदी सरकार ने एक झटके में दी करीब एक हजार करोड़ की सहायता राशि देने का ऐलान कर मोदी सरकारने यह सवासौ करोड़ आबादीवाले देश की सरकार होने का दावा साबित कर दिया।
इस सत्ता परिवर्तन में भाजपा में भी काफी खींचतान हुयी पर पार्टी टूटी नहीं। आज सरकार चल रही है। कई बड़े फैसले लिए जा रहे है। पर देश की जनता सरकार के साथ है तो सरकारी तंत्र सरकार के साथ नहीं। आज भी यह अनुभव देश की जनता को हरदिन महसूस हो रहा है। इस से निजाद पाने हेतु सरकार को कड़े कदम उठने होंगे कुछ कड़वा काढ़ा इस सरकारी तंत्र को पिलाना होगा।
वन्दे मातरम